सॉइल हेल्थ कार्ड स्कीम
सॉइल हेल्थ कार्ड स्कीम 2023 क्या है
मृदा हेल्थ स्कीम केंद्र सरकार द्वारा चालो की गई जिसके माध्यम से सभी किसान लोग अपने खेत की मिट्टी की जांच करवा , अपने खेत की उर्वरता को बढ़ा सकते है। और मिटटी की गुणवत्ता और प्रक़ति के अनुसार फसल का चयन कर पाएंगे, जिससे उनको अच्छा मुनाफा होगा।योजना का नाम | मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना |
शुरुआत की गयी | प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी जी |
लांच करने की तिथि | 19 फरवरी 2015 |
समबन्धित विभाग | कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार |
उद्देश्य | देश के किसानों की आय दोगुनी करना |
लाभार्थी | देश के सभी किसान वर्ग |
वर्तमान वर्ष | 2023 |
आधिकारिक वेबसाइट | https://soilhealth.dac.gov.in/ |
सॉइल हेल्थ कार्ड योजना का उदेश्य
कैसे काम करता है Soil Health Card
- सर्वप्रथम अधिकारी आपके खेत की मिट्टी के सेम्पल को इकठ्ठा करेंगे |
- इसके बाद मिट्टी को परीक्षण के लिए लेबोरेटरी में भेजा जायेगा |
- वहां विशेषज्ञ मिटटी की जाँच करते हैं और मिटटी के बारे में सभी जानकारियाँ प्राप्त करते हैं।
- इसके बाद वे विभिन्न मिट्टी के सैंपल की ताकत और कमजोरी की सूची बनायेंगे.
- यदि मिट्टी में कुछ कमी है तो उसके सुधार के लिए सुझाव देंगे और उसकी एक सूची बनायेंगे |
- उसके बाद इस रिपोर्ट को एक-एक करके किसान के नाम के साथ ऑनलाइन अपलोड किया जाता है |
- जिससे की किसान अपने मिटटी का रिपोर्ट जल्द से जल्द देख सके और उनके मोबाइल पर भी इसकी जानकारी दी जाती है।
Benefits Soil Health Card Scheme
- इस योजना के माध्यम से किसान अपने खेत की मिट्टी की उपज बढ़ा सकते हैं।
- इस योजना के अंतर्गत एक कार्ड प्रदान किया जाता है जिसके माध्यम से किसान अपने खेत की जमीन की मिट्टी का प्रकार जान सकता है।
- यदि किसानों को अपने खेत की मिट्टी का प्रकार पता होगा तो उन्हें मिट्टी की गुणवत्ता के अनुसार फसल लगाने में आसानी होगी और अच्छी खेती की जा सकेगी एवं ज्यादा मुनाफा प्राप्त किया जा सकेगा।
- किसानों को उनके खेत की मिट्टी से संबंधित सभी जानकारी मृदा स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से प्रदान की जाएगी।
- सन 2015 में इस योजना को आरंभ किया गया था।
- इस योजना को किसानों की आय में वृद्धि करने एवं खाद के उपयोग से मिट्टी के आधार और संतुलन को बढ़ाने के उद्देश्य से आरंभ किया गया था।
- कम कीमत में फसल की अधिक पैदावार भी इस योजना के माध्यम से सुनिश्चित की जा सकेगी।
- इस योजना के अंतर्गत जो सॉइल हेल्थ कार्ड किसानों को प्रदान किया जाएगा उसमें किसानों को अपने खेत के अनुसार फसल लगाने के सुझाव भी प्रदान किए जाएंगे।
- इस कार्ड के माध्यम से किसानों को यह भी जानकारी प्रदान की जाती है कि मिट्टी के अंदर कितनी मात्रा में क्या चीज है एवं किस फसल के लिए कितनी खाद और कौन सी खाद का उपयोग किया जाए।
- सॉइल हेल्थ कार्ड योजना के माध्यम से किसानों के उत्पाद में भी बढ़ोतरी होगी
- आप के सामने होम पेज खुल जाएगा। आप को होम पेज पर दिख रहे Log In के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- अब आप के स्क्रीन पर अगले पेज पर आप को State का चयन करना होगा।
- चयन के बाद Continue के बटन पर क्लिक कर दें।
- अब आप को अगले पेज पर New Registration के विकल्प पर क्लिक करें।
- इस के बाद आप के स्क्रीन पर अगला पेज खुलेगा। यहाँ आप को पंजीकरण फॉर्म मिलेगा।
- रजिस्ट्रेशन फॉर्म में पूछी गयी सभी जानकारी यहाँ दर्ज कर दें। जैसे की – User Organisation Details, Language, User Details, User Login Account Details इत्यादि।
- सभी जानकारियों को दर्ज करने के बाद Submit के विकल्प पर क्लिक कर दें।
- इस तरह से आप की पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी होती है।
- अब आप को होम पेज पर जाकर लॉगिन की प्रक्रिया पूरी करनी होगी और फिर योजना के अंतर्गत आवेदन पत्र को भर सकते हैं।
- यहाँ होम पेज खुलेगा। अब आप को होम पेज पर दिए गए विकल्पों में से Login के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- अब आप के सामने अगला पेज खुलेगा , यहाँ अपने राज्य का चयन करें।
- नए पेज पर लॉगिन फॉर्म में पूछी गयी जानकरी भरें।
- जैसे की – यूज़र नेम , पासवर्ड और दिए गए इमेज कोड को दर्ज करें।
- इस के बाद Login के विकल्प पर क्लिक करें।
- इस तरह से आप की लॉगिन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
- सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट soilhealth.dac.gov.in पर जाएँ।
- होम पेज पर आप को Farmers Corner पर जाना होगा। यहाँ आप को Print Soil Health Card के विकल्प पर क्लीक करना होगा।
- क्लिक करते ही आप के सामने अगला पेज खुलेगा। जहाँ आप को अपने राज्य का चयन करना होगा।
- इसके बाद Continue पर क्लिक करें।
- राज्य का चयन करते ही आप की स्क्रीन पर नया पेज खुलेगा। इस फॉर्म में पूछी गयी सभी जानकरी को भरें।
- जैसे की – District , Village , Farmers Name आदि भर दें। और अंत में Search के बटन पर क्लिक कर दें।
- अब आप के सामने आप के नाम का सॉइल हेल्थ कार्ड / मृदा स्वास्थ्य कार्ड खुल जाएगा।
- आप इसे डाउनलोड कर के प्रिंट आउट निकाल लें।
- सबसे पहले सॉइल हेल्थ कार्ड की सरकारी वेबसाइट पर आ जाये soilhealth.dac.gov.in
- वेबसाइट पर जाने के बाद होम पेज पर आपको सॉइल हेल्थ डैशबोर्ड का ऑप्शन मिलेगा उस पर करे
- उस पैर क्लिक करने के बाद आपको कुछ जानकारी दर्ज करनी होगी , जैसे की - State , District ,sub - District और vilaage आदि।
- यह सब जानकरी दर्ज करने के बाद बटन पर क्लिक करना।
- अब आपके डैशबोर्ड पर सम्बंदित जानकारी देख सकते है।
- सबसे पहले आप को सॉइल हेल्थ कार्ड स्कीम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- होम पेज पर Fertilizer Dosage for Crops का विकल्प दिखेगा। इस पर क्लिक करें।
- अब आप को State और District का चयन करना होगा।
- इसके बाद अन्य जानकारियां भी भरें और Continue पर क्लीक करें।
- अब आप को Crop Group , Crop , Variety , Irrigation आदि जानकारियां भरनी होंगी।
- अंत में Calculate के ऑप्शन पर क्लिक करें।
- क्लिक करते ही आप के स्क्रीन पर संबंहित जानकरी आ जाएगी।
- अपनी आवश्यतानुसार आप इस का प्रिंट आउट निकाल सकते।
यदि आप को किसी प्रकार की समस्या है तो समाधान हेतु आप लेख में दिए जा रहे हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
- Helpline Number- 011-24305591, 011-2430548
- Email Id- helpdesk-soil@gov.in
इस योजना के माध्यम से देश के सभी किसानों को लाभ होगा।
इसकी शुरुआत राजस्थान में की गयी थी।
इस योजना के अंतर्गत आधिकारिक वेबसाइट – /soilhealth.dac.gov.in है।
ये एक केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई ग आयी योजना है जिस में किसानों को लाभ मिलेगा। इस स्कीम में किसान अपने खेत की उत्पादकता को जांच कर उसे और बेहतर बना सकते हैं। इस के लिए उन्हें मृदा परिक्षण करवाना होगा। परिक्षण के आधार पर वो उत्पादन बढ़ाने के लिए मिट्टी में सुधार कर सकते हैं। जिससे उनकी फसल में लाभ होगा।
इस के लिए किसान अपने खेत की मिट्टी के सैंपल को टेस्ट करवाने दे सकते हैं। फिर जांच के बाद रिपोर्ट आधिकारिक पोर्टल पर अपलोड कर दी जाएगी। जिसे किसान डाउनलोड कर सकते हैं।
सॉइल हेल्थ कार्ड का उपयोग क्या है ?
सॉइल हेल्थ कार्ड की शुरुआत ही किसानों को लाभ देने के लिए की गई है इसके तहत किसान की जमीन पर मिट्टी की टेस्ट की जाती है और उस मिट्टी में कितनी उर्वरक की जरूरत है इसकी जानकारी किसानों को दी जाती है । सॉइल हेल्थ कार्ड योजना के तहत किसानों को बहुत ही कम कीमत में अच्छी जानकारी उपलब्ध हो जाती है और अगर किसान इन बातों का पालन करते हैं तो उनका पैदावार भी काफी बढ़ जाता है ।
️ सॉइल हेल्थ कार्ड योजना की शुरुआत सबसे पहले किस राज्य ने की ?
सॉइल हेल्थ कार्ड योजना (SHCs) की शुरुआत सबसे पहले पंजाब राज्य के द्वारा किया गया है ।
0 Comments